भारतीय आहार सोडियम से भरपूर है। अति प्रयोग स्वास्थय के लिए खतरनाक हो सकता हैं। हममें से कई लोगों को खाने के अलावा ऊपर से नमक लेने की आदत होती हैं। बहुत अधिक नमक खाने की आदत वास्तव में खतरनाक होती हैं। भले ही आपको अच्छे स्वाद के लिए उस समय जोखिम का एहसास न हो। सिर्फ ऊपर से खाने में बहुत ज्यादा नमक क्यों न डालें। तो सवाल यह है कि एक दिन में कितना नमक खाना चाहिए? आइए जानते हैं इसका जवाब।
एक दिन में कितना नमक खाना चाहिए?
यह सवाल जो अक्सर दिमाग में आता है कि एक सामान्य व्यक्ति को पूरे दिन में कितना नमक खाना चाहिए? इसका उत्तर यह है कि आम आदमी को पूरे दिन में 2 ग्राम नमक का सेवन करना चाहिए। हमारे देश में सामान्य लोग एक दिन में 10 से 12 ग्राम नमक खाते हैं। जिन लोगों को अधिक नमक खाने की आदत होती है, वे इससे अधिक खाने की प्रवृत्ति रखते हैं। जिन लोगों को ब्लडप्रेशर की समस्या है, उन्हें पूरे दिन में केवल आधा ग्राम नमक खाना चाहिए। जिसका मतलब है कि केवल आधा चम्मच नमक ही खाना चाहिए।
ज्यादा नमक खाने की समस्या
हम सभी जानते हैं कि बहुत अधिक नमक खाने से ब्लडप्रेशर बढ़ जाता है। जिसको बीपी की समस्या होती है ऐसे लोगों को डॉक्टर बताते हैं की नमक खाना बंद या बहुत कम नमक खाने को कहते है। इसके अलावा बहुत अधिक नमक खाने से भी लीवर के ऊपर असर होती है। इसे खाने से लंबे समय में लीवर कमजोर होता हैं। शरीर का पाचन तंत्र बिगड़ जाता है। जो हम घर पर खा रहे भोजन के अलावा अगर हम बाहर के चिप्स, स्नेक्स खाते हैं, तो हमारे शरीर में उनके द्वारा कितना नमक जाता हैं। यह आपको टेस्ट में अच्छा लग सकता है लेकिन लंबे समय में यह शरीर को नुकसान पहुंचाता हैं। इसलिए नमक को "धीमा जहर" कहा जाता हैं। यह भोजन को स्वादिष्ट बनाकर शरीर को धीरे धीरे हानि पहुंचाता हैं।
नमक के बिना भोजन को स्वादिष्ट बनाया जा सकता हैं
भोजन को स्वादिष्ट बनाने के लिए आपको अधिक नमक डालना ही जरूर नहीं हैं। आप नींबू, गुड़, इमली, चीनी, जीरा, आमचूर पाउडर आदि से भोजन को स्वादिष्ट बना सकते हैं।
आप नमक कि जगह सेंधा नमक भी इस्तमाल कर सकते हैं। चिकित्सा विज्ञान यही कहता हैं कि सेंधा नमक का उपयोग ही करना चाहिए। केवल आयोडीन की कमी वाले लोगों को नमक का उपयोग करना चाहिए। विशेष रूप से छोटे बच्चों को दो साल की उम्र तक चीनी और नमक दोनों का स्वाद नहीं लेना चाहिए। जिन बच्चों के माता पिता या दादा दादी को ब्लडप्रेशर की तकलीफ हो उन्हें तीन साल की उम्र तक नमक या चीनी न देने पर आगे जाके उनका ब्लडप्रेशर बेहतर बन सकता हैं।
लो ब्लडप्रेशर में भी नमक का इस्तमाल न करें
अगर आपको लगता है कि लो बीपी में नमक और चीनी वाला पानी पीना बेहतर है, तो आप गलत हैं। बेशक, बीपी उस समय नियंत्रण में आता है, लेकिन कॉफ़ी, ताजे फलों का रस, लिम्का बेहतर विकल्प हैं। इसके इस्तेमाल से लंबे समय तक नुकसान नहीं होगा।
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