BADAL GAYI AULAD
जिस माँ ने हमको अपना दूध पिलाया हैं और पिताने उंगली पकड़के चलना सिखाया हैं। लेकिन जब वही औलाद माँ बाप को ढोकर मारती हैं तो माँ और बाप के दिल पे केसी चोट पहोचती हैं। फिर भी दोस्तो कहाँ जाता हैं कि माँ का दिल लाजवाब होता हैं। प्यार इसमें बेहिसाब होता हैं, कोई बेटा माँ से प्यार करे या ना करे लेकिन माँ को अपने हर बेटे से प्यार होता हैं। माँ ही मंदिर और माँ ही तीर्थ होती हैं। माँ के चरणों मे यारो जन्नत होती हैं।
और पिता क्या होता हैं?
और पिता हैं जन्नत द्वार, पिता का प्यार नही बदले, बदल गई औलाद मगर माँ बाप नहीं बदले।
"हर रिश्ते में मिलावट देखी,
कच्चे रंगों की सजावट देखी,
लेकिन सालों साल देखा हैं मां को
उसके चेहरे पर ना कभी थकावट देखी,
ना ममता में कभी मिलावट देखी।"
लेकिन यारो आजकल होता क्या हैं फिकरों से चहेरे पे जुरिया पड़ गई उन माँ बाप के, बीवी घर में आई तो हवेलियां बदल गई, और ये बात और थी कि पहेले कमाई माँ को देते थे। अब फ़र्क इतना हैं कि हाथों की हथेलिया बदल गई।
लेकिन एक बात याद रखना माँ बाप के दिल को जो औलाद दुखाति है। सच कहता हूं वो घोर नर्क में जाती हैं। बचपन से, अरे माँ ने बचपन से पाला इतना बड़ा किया, अरे याद कर जब तू बिस्तर गीला कर देता था तो माँ गिले में सो जाती थी और तुजे सूखे में सुलाती। लेकिन आज हँसा हँसा के रुलाने की बात करता हैं। अरे तू उनके दिल को दुखाने की बात करता हैं। अरे नादान जिसके लिए आज मेंने सबकुछ छोड़ दिया अगर आज तू उन माँ बाप को छोड़ने की बात करता हैं। औलाद जो माँ और बाप के दिल को दुखाती हैं सच कहता हूं वो घोर नर्क में जाती हैं। बचपन से हो गए बड़े मगर माँ और बाप नहीं बदले मगर बदल गई औलाद और माँ बाप नहीं बदले।
तू बदले सो बार मगर माँ बाप नहीं बदले, बदल गई औलाद मगर माँ - बाप नहीं बदले।
इज्जत भी मिलेगी
दौलत भी मिलेगी
सेवा करो माँ - बाप की
जन्नत भी मिलेगी
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